विदेशों में पढ़े डॉक्टरों का सच
देश में डॉक्टरों को प्रैक्टिस करने की मान्यता देने वाली संस्था एम् सी आई ( मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया ) ने एक चौकाने वाली जानकारी दी। एम् सी आई ने बताया कि दो हज़ार पंद्रह से अट्ठारह के बीच विदेशों से पढ़कर लौटने वाला एक भी छात्र एम् सी आई का स्क्रनिंग टेस्ट पास नहीं कर पाया । ये स्क्रनिंग टेस्ट इसलिए ज़रूरी है कि इसे पास किये बगैर विदेशों से पढ़कर लौटने वाले डॉक्टर भारत में प्रक्टिस नहीं कर सकते हैं। एम् सी आई के मुताबिक दो हज़ार पंद्रह से दो हज़ार अट्ठारह के बीच बीते चार साल में पांच सौ अड़तीस छात्र स्क्रनिंग टेस्ट टेस्ट में फेल हो गए। ये वो छात्र थे जो अलग अलग देशों के करीब सौ मेडिकल कॉलेजों से मेडिकल की डिग्री लेकर लौटे थे। एम् सी आई के मुताबिक स्क्रनिंग टेस्ट में फेल होने वाले ज़्यादातर छात्रों ने रूस चीन और यूरोप से डॉक्टरी की पढाई की है। एम् सी आई ने विदेशों के ऐसे कॉलेजों की एक लिस्ट भी जारी की है जहाँ से लौटने वाले एक भी छात्र स्क्रनिंग टेस्ट पास नहीं कर पाए।Submit your review | |
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