फेसबुक की पैरेंट कंपनी Meta ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया
Meta, जो कि फेसबुक की मूल कंपनी है, दस फरवरी दो हजार पच्चीस से बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी (layoff) शुरू करने जा रही है। कंपनी अपनी कुल वैश्विक वर्कफोर्स का पाँच प्रतिशत, यानी लगभग तीन हजार छह सौ कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है। यह फैसला सीईओ मार्क जुकरबर्ग की रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कंपनी के प्रदर्शन मानकों में सुधार और संचालन को अधिक कुशल बनाना है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
🔹 नोटिफिकेशन प्रक्रिया:
छंटनी का शिकार होने वाले कर्मचारियों को उनके वर्क और पर्सनल ईमेल के जरिए सूचित किया जाएगा। अमेरिका में यह नोटिफिकेशन सुबह पाँच बजे पीटी पर भेजा जाएगा, जबकि अन्य देशों में स्थानीय समय के अनुसार किया जाएगा। नोटिफिकेशन के एक घंटे के भीतर कर्मचारियों की कंपनी सिस्टम तक पहुंच बंद कर दी जाएगी।
🔹 सेवेरेंस पैकेज (नौकरी छोड़ने पर मिलने वाली राशि):
मेटा की ओर से सेवेरेंस पैकेज (छंटनी के बाद मिलने वाली सुविधाएं और मुआवजा) का विवरण नोटिफिकेशन ईमेल में दिया जाएगा। उम्मीद है कि यह पिछले लेऑफ में दिए गए पैकेज के समान होगा।
🔹 वैश्विक प्रभाव:
यह छंटनी दुनिया भर के मेटा कर्मचारियों को प्रभावित करेगी, लेकिन जर्मनी, फ्रांस, इटली और नीदरलैंड जैसे देशों में सख्त श्रम कानून (labor laws) के कारण कर्मचारियों को निकाले जाने में देरी हो सकती है या वहां अलग प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
छंटनी के पीछे का कारण:
मेटा, अन्य बड़ी टेक कंपनियों की तरह, अपनी लागत को कम करने और मुख्य व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह कदम उठा रही है। हालांकि, कर्मचारियों ने इस फैसले को लेकर नैतिकता और नौकरी छूटने के मानदंडों पर चिंता जताई है।