बॉयकॉट चाइना लेकिन फायदा नहीं?
आज हम आपको बताते हैं कि भारत में किस किस जगह चाइना ने कैसे कैसे निवेश किया हुआ है जिसके बारे में आपको शक तक नहीं होता। इंडियन कौंसिल ऑफ़ ग्लोबल रिलेशन से जुड़े एक थिंक टैंक गेटवे हाउस ने एक रिपोर्ट निकाली। इस रिपोर्ट का कहना है कि भारत के स्टार्टअप्स में कम से कम चार अरब डॉलर का तकनीकी निवेश है। भारत के टॉप तीस यूनिकॉर्न (यानि एक अरब से ज़्यादा कीमत वाले स्टार्टअप्स) उसमे से अट्ठारह ऐसे हैं जिसमे चाइना की अच्छी खासी फंडिंग है। फ़रवरी में ये रिपोर्ट आयी थी और इस रिपोर्ट के मुताबिक चाइना के फण्ड के चलने वाले बयानवे कम से कम बड़े स्टार्टअप भारत में सफलता पूर्वक काम कर रहे हैं। अलीबाबा, टेनसेंट, बाइएट डांस ये तीन बड़ी चाइनीस बड़ी फर्म हैं जिन्होंने भारतीय कारोबार में बड़े रणनीतिक तरीके से निवेश किया है। एक एक करके आपको बताते है। कुछ निवेश इस प्रकार हैं —-
अलीबाबा |
बिग बास्केट |
25 करोड़ डॉलर |
पेटीएम |
40 करोड़ डॉलर |
पेटीएम माल |
15 करोड़ डॉलर |
स्नैपडील |
70 करोड़ डॉलर |
ज़माटो |
20 करोड़ डॉलर |
टेनसेंट होल्डिंग्स |
बाय ज्यूस |
5 करोड़ डॉलर |
ड्रीम एलेवेन |
11-15 करोड़ डॉलर |
फ्लिपकार्ट |
30 करोड़ डॉलर |
हाइक मेसेंजर |
15 करोड़ डॉलर |
ओला |
50 करोड़ डॉलर |
स्विग्गी |
50 करोड़ डॉलर |
ये सारे इन्वेस्टमेंट देखकर हम कैसे अंतर कर पाएंगे कि कौन स्वदेशी है और कौन विदेशी।